हमारी यह हार्दिक अभिलाषा है कि मानव समाज में सुख शांति, सद्भाव, विश्वास गुणों की स्थापना हेतु एक ट्रस्ट की स्थापना

की जाए जो समाज के उपर्युक्त उद्देश्यों की पूर्ति हेतु आवश्यक समस्त साधनों का संग्रह कर कार्य किया जाए।

प्रकृति ने प्रत्येक जीव को अलग-अलग रूप, रंग और शारीरिक क्षमताएं प्रदान की हैं। मनुष्य इन सभी जीवों में प्रकृति की सबसे अच्छी रचना माना गया है। उन्होंने कहा कि मनुष्य चाहे तो प्राणी जगत का रक्षक भी बन सकता और भक्षक भी। किंतु असली इंसान वहीं है जिसके भीतर दया का भाव हो। सही अर्थों में मनुष्य वही है जिसके मन में अन्य प्राणियों के प्रति दया का भाव हो तथा जो आजीवन धर्म के मार्ग पर अडिग रहे। मानवता ही मनुष्यता की सच्ची परिभाषा है। नर को नारायण से मिलाने तक की संपूर्ण यात्रा का नाम मानवता है। जिस प्रकार मानव की पहचान उसके कर्म होते हैं, ठीक उसी प्रकार मानव की उन्नति का मार्ग मानवता ही होती है।

किसी शायर ने लिखा था कि,
“चढ़ती हैं चादरें मजार पर बेशुमार,
मजार के बाहर एक फकीर ठंड से मर गया,
वाह रे इंसान, यह कैसी इंसानियत है तेरी”

हमारे बारे में

कुछ करिए में आपका स्वागत है

कुछ करिए” अपने पांच उद्देश्यों से मानव समाज के हित में कार्य करना चाहता है।

1. बाल – वृद्ध आश्रम की स्थापना
2. गऊ संवर्धन शाला की स्थापना
3. सुमंगला विवाह जागृति अभियान
4. बुजुर्गों हेतु नेत्र ज्योति जागृति अभियान
5. रक्तदान एवम अंगदान जागृति अभियान

हम क्या करते हैं..

कर्तव्य

गैलरी

आओ हमारे साथ शामिल हो जाओ।

हमारी जोशीली स्वयंसेवी टीम का हिस्सा बनें और सार्थक बदलाव लाएँ। चाहे हमारे सामुदायिक प्रोजेक्ट में शामिल होकर या अपने कौशल को साझा करके, वास्तविक प्रभाव डालने के अनगिनत तरीके हैं।

एक बदलाव लाना चाहते है?

किसी शायर ने लिखा था कि, “चढ़ती हैं चादरें मजार पर बेशुमार, मजार के बाहर एक फकीर ठंड से मर गया, वाह रे इंसान, यह कैसी इंसानियत है तेरी”