About us

हमारे बारे में

कुछ करिए" अपने पांच उद्देश्यों से मानव समाज के हित में कार्य करना चाहता है।

1. बाल – वृद्ध आश्रम की स्थापना
2. गऊ संवर्धन शाला की स्थापना
3. सुमंगला विवाह जागृति अभियान
4. बुजुर्गों हेतु नेत्र ज्योति जागृति अभियान
5. रक्तदान एवम अंगदान जागृति अभियान

पदाधिकारी

राजीव आहूजा

(संस्थापक/अध्यक्ष)

आशीष कुमार

(उपाध्यक्ष)

ऋतुराज सिंह

(सचिव)

 

1. बाल – वृद्ध आश्रम की स्थापना
अक्सर हम समाज में पाते हैं कि आम परिवार में बुजुर्ग जन परिवार पर एक बोझ सा हो जाते हैं, और उन्हें वृद्ध आश्रम छोड़ दिया जाता हैं, जहां वो बूढ़े मां बाप कहीं न कहीं अपने आप को अकेला सा महसूस करने लग जाते हैं। उधर कई निराश्रित बच्चे बाल आश्रम जाते हैं। हमारी सोच है कि अगर उन्हें एक साथ रखा जाए, तो जहां निराश्रित बच्चों को एक मां बाप का सहारा मिलेगा, वहीं बुजुर्गों को फिर से एक नई जिंदगी जीने का सहारा….
क. आश्रम में पुस्तकालय एवं वाचनालय की स्थापना करना।
ख. आश्रम में प्राथमिक शिक्षा, वैदिक शिक्षा के साथ साथ तकनीकी शिक्षा की व्यवस्था।
ग. आश्रम में अतिरिक्त समय के उचित प्रयोग हेतु मनोरंजन एवम खेलों की व्यवस्था।
घ. आश्रम में पौष्टिक आहार पर विशेष व्यवस्था।

2. गऊ संवर्धन शाला की स्थापना
गाय सनातन परिवार में एक माता के रूप में स्थापित है। पूजा अर्चना के अलावा गाय परिवार की एक प्रतिष्ठा भी मानी जाती है। आयुर्वेद के अनुसार गाय के दूध को अमृत की संज्ञा भी प्रदान की गई है। गाय के मूत्र से कई औषधियां भी निर्मित हो रही हैं। घर में कोई शुद्ध कार्य संपन्न होना हो तो गाय के गोबर की नितांत आवश्यकता होती है। संस्था गाय उत्पादों पर विभिन्न शोध करना चाहती है, इसके लिए गऊ शाला की स्थापना करना चाहते हैं।
क. गाय द्वारा प्राप्त दूध से दुग्ध उत्पाद जैसे दही, मक्खन, घी इत्यादि का उत्पादन।
ख. गाय द्वारा प्राप्त गऊ मूत्र का शोधन एवम औषधि का उत्पादन।
ग. गाय द्वारा प्राप्त गऊ गोबर द्वारा धूप, अगरबत्ती, समिधा, एवम अंतिम संस्कार पर प्रयोग करने वाली लकड़ी का उत्पादन।
घ. गऊ वंश को राज्य पशु का दर्जा दिलाने हेतु प्रयास करना।

3. सुमंगला विवाह जागृति अभियान
समाज में व्याप्त कुरीति दहेज जैसी प्रथा को समाप्त करने के लिए सुमंगला विवाह जागृति योजना हमारे अभियान का अहम अंग है, हम निर्धन कन्याओं का विवाह दहेज रूपी कुरीति से दूर संयुक्त कार्यक्रम आयोजित कर करेंगे।

4. बुजुर्गों हेतु नेत्र ज्योति जागृति अभियान
उम्र के साथ साथ नेत्रों का मोतियाबिंद इंसान को अपाहिज सा बना देता है, ऊपर से डॉक्टर की लंबी चौड़ी फीस उन्हे मजबूर कर देती हैं। संस्था इस अभियान को नेत्र ज्योति जागृति अभियान के रूप में प्राथमिकता देते हुए इस कार्य में संलग्न संस्था, चिकित्सा केंद्र का सहयोग प्राप्त करेगी।

5. रक्तदान एवम अंगदान जागृति अभियान
आज विज्ञान बहुत आगे बढ़ चुका है, विज्ञान के इस चमत्कार से कोई भी इंसान अपने शारीरिक अंग को बदलवा सकता है। किडनी, लीवर, आंख का प्रत्यारोपण तो काफी समय से प्रचलन में है। ऐसी दशा में कोई इंसान अपनी मृत्यु से पहले अपने शरीर का अंगदान कर सकता है, ताकि मृत्युपरांत उसके अंगों को जरूरतमंद लोगों में प्रत्यारोपित किए जा सकें। इसी प्रकार रक्तदान को तो महादान की श्रेणी में रखा गया है, मरते हुए प्राणी को जब रक्त मिल जाता है तो मानो नए प्राण मिल गए। संस्था इस कार्य के लिए जागृति अभियान चलाएगी, एवम समस्त प्राणी जन को मानव समाज हित में रक्तदान एवम अंगदान कर सकें।

अति विशिष्ट मुख्य उद्देश्य
1 आर्थिक आधार पर असहाय परिवार की लड़कियों की शादी एवम बेसहारा बच्चों की शिक्षा का संकल्प।
2 बेरोजगार साथियों हेतु स्वरोजगार का सृजन।
3 कोरोना एवम युद्ध जैसी विभीषिकाओं में आमजन की सहायता तथा सुरक्षा हेतु सदैव तत्पर।

 

सिद्धांत:

इस संगठन का उद्देश्य इस सिद्धांत में निहित है कि, हमारे देश में प्रत्येक नागरिक उस सम्मान का हकदार है जो धर्म, जाति एवम द्वेष से परे हो, समान जीने का अधिकार हो, आज का नौनिहाल जो देश का भविष्य है, अपने देश का नाम गौरवान्वित कर सके।

संस्था का लक्ष्य:

समाज के निचले पायदान के सर्वांगीण विकास, बौद्धिक क्षमता और समृद्धि के लिए संस्था अपने मुख्य उद्देश्यों हेतु कार्यों, परियोजनाओं को आम जन अधिकार, विकास, स्वास्थ्य, शिक्षा, स्वच्छता, सांस्कृतिक गतिविधियों हेतु बिना किसी प्रकार का व्यक्तिगत लाभ अर्जित के संचालित करना एवम संस्था हित में प्रचारित प्रसारित करना है। इसके लिए केंद्र/राज्य सरकार/निजी संस्थाओं एवम राष्ट्रीय/अंतरराष्ट्रीय संगठनों से सहयोग प्राप्त करना एवम कार्य करना संस्था का मूल कर्तव्य है।